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गूगल क्या है और इसे किसने बनाया है

Google क्या है इसे किसने बनाया है – एबीसी बिग की इस पोस्ट में हम गूगल के बारे में बात करेंगे, और जानेंगे. गूगल क्या है, गूगल को किसने बनाया है, गूगल का इतिहास क्या है, और गूगल की सर्विसेज़ कौन-कौन सी है. तो चलिये शुरू करते है.

Google क्या है

टेक्नोलोजी के इस ज़माने में इंटरनेट का यूज़ लगभग हर इंसान कर रहा है. आप सब भी इंटरनेट का यूज़ करते होंगे. और करे भी क्यों नहीं. हम इंटरनेट की हैल्प से कोई भी जानकारी कुछ ही पलो में हासिल कर सकते है. पहले जब इंटरनेट नहीं था तो लोग किसी जानकारी को पाने के लिये, उससे सम्बंधित किताबे पढ़ते थे, या किसी ज्ञानी इंसान से मदद लेते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं है. इंटरनेट के इस ज़माने में हम कोई भी, कहीं भी, और किसी भी तरह की जानकारी मिनटो में ही हासिल कर सकते है.

क्योंकि आज इंटरनेट पर बहुत सारे सर्च इंजन (गूगल, याहू, बिंग, यन्डैक्स, आदि) मौजूद है. जिनमे हम कोई भी कीवर्ड एंटर करके उससे सम्बंधित पूरी जानकारी पा सकते है. और सबसे अच्छी बात तो ये है कि इन सर्च इंजन से जानकारी जुटाने के लिये हमे कोई अतिरिक्त पैसे खर्च करने नहीं पड़ते. हम फ्री में ही कोई भी जानकारी पा सकते है. बस, हमारी डिवाइस (कंप्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट, और मोबाइल आदि) में इंटरनेट क्नेक्शन ऑन होना चाहिये. इन्ही सर्च इंजन्स में से आज हम आपको गूगल सर्च इंजन के बारे में बताने वाले है.

गूगल (Google) एक सर्च इंजन है. जिसकी हैल्प से हम किसी भी कीवर्ड से सम्बंधित जानकारी पा सकते है. सर्च इंजन के अलावा गूगल की और भी बहुत सारी सर्विसेज़ है. जैसे – जीमेल, ड्राईव, फोटोज़, यूट्यूब, प्ले स्टोर, मैप्स, एडसेंस, अनालाइटिक्स, ब्लॉगर, गूगल प्लस, कैलिंडर, क्रोम, क्लाउड प्रिंट्स, कॉन्टेक्ट्स, फीडबर्नर, प्ले म्यूज़िक, ग्रुप्स, सर्च कंज़ोल, टास्क्स, कीप, हैंगआउट्स, बुक्स, माई बिज़नेस, क्लासरूप, क्लेक्शन्स, शापिंग, जमबोर्ड, अर्थ, ट्रांसलेट, डॉक्स, शीट्स, स्लाइड्स, फोर्म्स और ड्राविंग आदि. गूगल की इन सर्विसेज़ को यूज़ करने के लिये हमे सबसे पहले गूगल अकाउंट या जीमेल पर ईमेल आईडी बनानी पड़ती है. लेकिन गूगल मे कोई जानकारी सर्च करने के लिये हमे किसी पर भी कोई अकाउंट या आईडी बनाने की ज़रूरत नहीं पड़ती.

गूगल की शुरूआत 4 सितंबर 1998 को हुई. गूगल के फाउंडर्स, लैरी पेज (Larry Page) और  सर्जे ब्रिन (Sergey Brin) है. गूगल हेडक्वार्टर कैलिफोर्निया में है. जिसकी वेबसाईट www.google.com है. और इसकी बहुत सारी सर्विसेज़ भी है. जिनको हम अपने अलग अलग काम के लिये यूज़ कर सकते है.

पूरी दुनियां के अंदर गूगल सर्च इंजन को ही सबसे ज्यादा यूज़ किया जाता है. क्योंकि यह बहुत सिक्योर (Secure) है, इसका सर्च रिज़ल्ट बहुत सटीक और फास्ट (Fast) ओपन होता है, और गूगल हमे बहुत सारी सर्विसेज़ भी प्रोवाइड करता है. इसलिये अधिकतर इंटरनेट यूज़र्स (Internet Users) गूगल को ही यूज़ करना पसंद करते है.

Google की Services कौन-कौन सी है

गूगल (Google) दुनियां का सबसे बड़ा सर्च इंजन है. सर्च इंजन के अलावा इसके बहुत सारे प्रोडक्ट भी है. जो पब्लिक के उपयोग करने के लिये बनाए गए है. अगर आप एक इंटरनेट यूज़र है, तो आप गूगल की सभी सर्विसेज़ का उपयोग बहुत आसानी से कर सकते है.

जीमेल (Gmail) – जीमेल पर ईमेल आईडी बनाकर हम पूरी दुनियां में किसी भी इंसान के ईमेल एड्रेस पर ईमेल, फोटो, वीडियो, इमेज्स, डॉक्युमेंट्स, फाइल्स, आदि को भेज सकते है. और अपने ईमेल एड्रेस पर रिसीव भी कर सकते है.

गूगल ड्राइव (Google Drive) – गूगल ड्राइव हमे क्लाउड स्टोरेज प्रोवाइड करता है. जिसका यूज़ करके हम अपने फोटोज़, वीडियोज़, ईमेज्स, फाइल्स और डॉक्युमेंट्स आदि को ऑनलाइन स्टोर कर सकते है.

गूगल फोटोज़ (Google Photos) – गूगल फोटोज़ पर हम अनलिमिटेड फोटोज़ और वीडियोज़ को अपलोड करके ऑनलाईन सेव कर सकते है. इस पर अभी फोटो और वीडियो को अपलोड करके स्टोर करने की कोई लिमिट नहीं है. हमें यहां असीमित स्पेस मिलता है.

गूगल डॉक्स (Google Docs) – जिस तरह से हम अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में एमएस वर्ड का यूज़ करके कोई डॉक्स फाइल बनाते है. उसी तरह से हम गूगल डॉक्स का यूज़ करके कोई ऑनलाइन ड़ॉक्स फाइल बना सकते है. और उसे किसी के साथ शेयर भी कर सकते है.

यूट्यूब (Youtube) – अगर आप किसी भी तरह की वीडियो देखने के शौकीन है. तो आप यूट्यूब का यूज़ कर सकते है. यहां हमे हर तरह की वीडियो देखने को मिलती है. और यूट्यूब पर चैनल बनाकर हम अपनी बनाई हुई वीडियो अपलोड कर सकते है. और सारी दुनियां को दिखा सकते है.

गूगल मैप्स (Google Maps) – आप गूगल मैप्स की हैल्प से पूरी दुनियां का नक्शा देख सकते है. ओर अपनी करंट लोकेशन भी देख सकते है.

ब्लॉगर (Blogger) – अगर आप लिखने के शोकीन है, तो बलॉगर पर अपना एक फ्री ब्लॉग बना कर उस पर अपनी पोस्ट्स शेयर कर सकते है. दुनियां भर के साथ अपने एक्सपीरियंस और ज्ञान को बाट सकते है.

गूगल प्लस (Google Plus) – यह एक सोशल नेटवर्किंग साइट है, जिस पर प्रोफाइल बनाकर हम अपने फ्रैंड्स, फैमिली मेम्बर्स, और सेलेब्रेटी को फोलो कर सकते है. और उनकी पोस्ट्स पढ़ सकते है. ठीक इसी तरह से लोग हमे भी गूगल प्लस पर फोलो कर सकते है. और हमारी पोस्ट्स पढ़ सकते है.

गूगल एडसेंस (Google Adsense) – अगर आप एक ब्लॉग या वेबसाइट के मालिक है. और उस पर डेली नई नई ज्ञानवर्धक पोस्ट्स शेयर करते है. तो आप गूगल एडसेंस पर अकाउंट बनाकर अपनी साइट पर एड्स (Ads) लगा सकते है. और इंटरनेट से ऑनलाइन पैसे कमा सकते है.

गूगल क्रोम (Google Chrome) – यह एक ब्राउज़र है, जिसे हम अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल में इंस्टॉल करके ब्राउज़िंग कर सकते है. और दुनिया भर की किसी भी वेबसाइट को ओपन कर सकते है.

गूगल अल्लो (Google Allo) – यह एक इंस्टेंट मैसेंजर एप्प है. जिसके थ्रु हम किसी को मैसेज, फोटो, इमेज, वीडियो, आदि भेज सकते है. और रिसीव कर सकते है.

गूगल अनालाइटिक्स (Google Analytics) – यदि आप एक ब्लॉग या वेबसाइट ओनर है, तो आप अपनी साइट पर आने वाले ट्राफिक की कंप्लीट रिपोर्ट पाने के लिये अपने साइट के लिये गूगल अनालाइटिक्स पर अकाउंट बना सकते है. और अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर आने वाले विज़िटर्स की पूरी जानकारी पा सकते है.

गूगल सर्च कंज़ोल (Google Search Console) – अपने ब्लॉग या वेबसाइट की पोस्ट को सर्च इंजन में शो करने के लिये गूगल सर्च इंजन का उपयोग किया जाता है. अगर आप किसी साइट के मालिक है, और उस पर रोज़ाना पोस्ट्स शेयर करते है. तो आप गूगल सर्च कंज़ोल में अपनी साइट को सबमिट करके सभी पोस्ट्स को सर्च इंजन में शो कर सकते है.

गूगल बुक्स (Google Books) – इसके थ्रु हम लाखो किताबो को पढ़ सकते है.

गूगल वॉईस (Google Voice) – अगर हम टाइपिंग करने से बचना चाहते है, और आवाज़ के साथ बोलकर सर्च इंजन में सर्च करना चाहते है, तो हम गूगल वॉईस को यूज़ कर सकते है. और अपने आप को टाइपिंग करके सर्च करने से बचा सकते है.

गूगल अर्थ (Google Earth) – अगर हम दुनिया भर में कहीं भी किसी दिशा को जानना, किसी खास जगह को देखना, या किसी दुकान आदि को खोजना चाहते है, तो आप गूगल अर्थ का उपयोग कर सकते है.

गूगल ट्रांसलेट (Google Translate) – अगर हम किसी एक भाषा के टेक्स्ट को दूसरी भाषा मे बदल कर पढ़ना चाहते है, तो हम गूगल ट्रांसलेट की हैल्प से टेक्स्ट को चेंज करके पढ़ सकते है.

गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) – अगर आप एंड्राइड मोबाइल यूज़ करते है. तो आप गूगल प्ले स्टोर की हैल्प से किसी भी तरह की और किसी बी कैटेगरी से सम्बंधिट एंड्राइड एप्प को अपने मोबाइल फोन में इंस्टॉल कर सकते है.

गूगल पे (Google Pay) – यह एक एंड्राइड एप्प है, जिस पर अकाउंट बनाकर हम अपने बैंक को लिंक कर सकते है. और फिर किसी भी मोबाइल को रिचार्ज कर सकते है, बिजली, डिश, फोन आदि के बिल भर सकते है, और किसी दूसरे गूगल पे यूज़र को कुछ ही सेकिंड्स में ऑनलाइन पैसे भेज सकते है.

इनके अलावा भी गूगल की बहुत सारी सर्विसेज़ है, जिनको हम गूगल पर अकाउंट बनाकर यूज़ कर सकते है. लेकिन कुछ सर्विसेज़ (जैसे – सर्च इंजन, ट्रांसलेट, यूट्यूब, मैप्स, आदि) को हम अकाउंट बनाए बिना ही उपयोग कर सकते है. आज के समय में गूगल सर्च इंजन (Google Search Engine) दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है. और इंटरनेट यूज़र्स इसे इसलिये भी पसंद करते है, क्योंकि गूगल बेहतरीन सर्विसेज़ और अच्छे फीचर्स, के साथ साथ हाई सिकयोरिटी भी प्रोवाइड करता है.

Google का इतिहास क्या है

गूगल को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी कैलिफोर्निया के दो पीएचडी छात्रो ने बनाया था. जिनके नाम सर्जे ब्रिन और लैरी पेज है. ये दोनो 1995 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी कैलिफोर्निया में मिले थे. और वहीं पर इन्होने गूगल सर्च इंजन (Google Search Engine) को बनाने पर विचार किया था. आज गूगल सर्च इंजन के अलावा गूगल के बहुत सारे प्रोडक्ट भी मौजूद है. और इसका इतिहास कुछ इस प्रकार है.

  • 1996 – गूगल का शुरूआती नाम बैकरब (Backrub) रखा गया.
  • 1997 – बैकरब को चेंज करके गूगल (Google) नाम रखा गया.
  • 1998 – गूगल के लिये पहला डूडल होमपेज (Doodle Homepage) बनाया गया.
  • 1999 – अपने विचार और ज्ञान को लोगो के साथ शेयर करने के लिये, गूगल ने ब्लागर (Blogger) को बनाया. जसे यूज़ करके हम अपने लिये एक फ्री ब्लॉग (Free Blog) बना सकते है. और उस पर पोस्ट्स शेयर करके लोगो के साथ अपने विचार और ज्ञान को शेयर कर सकते है.
  • 2000 – ऑनलाइन एडवर्टाइज़मेंट्स के लिये गूगल ने एडवर्ड्स (Adwords) को लॉच किया.
  • 2004 – ईमेल भेजने और रिसीव करने के लिये गूगल ने जीमेल (Gmail) को लॉच किया.
  • 2005 – गूगल ने दो नई सर्विस गूगल मैप (Google Map) और यूट्यूब (Youtube) को लॉच किया.
  • 2007 – मोबाइल डिवाइस के लिये सबसे अच्छा ओपरेटिंग सिस्टम, एंड्राइड (Android) को खरीदा.
  • 2008 – गूगल ने अपना एक ब्राउज़र लॉच किया. जिसे गूगल क्रोम (Google Chrome) के नाम से जाना जाता है.
  • 2011 – गूगल के नये सीईऔ (CEO) लैरी पेज बने.
  • 2011 – सोशल नेटवर्किंग साइट गूगल प्लस (Google Plus) को लॉच किया गया.
  • 2012 – गूगल ड्राइव (Google Drive) को लॉच किया गया, जिसका यूज़ करके हमे अपने फोटोज़, वीडियोज़, डॉक्यूमेंट्स और फाइल्स आदि को ऑनलाइन क्लाउड पर स्टोर कर सकते है.
  • 2012 – गूगल नॉऊ (Google Now) और गूगल वोइस सर्च (Google Voice Search) की सर्विस को लाया गया.
  • 2013 – चश्मे के ज़रिये मोबाइल को चलाने कि लिय गूगल ग्लास (Google Glass) को लाया गया.
  • 2016 – गूगल ने अपना पहला एंड्राइड मोबाइल फोन गूगल पिक्सल (Google Pixel) लॉच किया.
  • 2016 – घर के इलेक्ट्रोनिक डिवाइसेज़ को बोल कर चलाने के लिये गूगल होम (Google Home) की शुरूआत की गई.

इनके अलावा भी गूगल ने अपने बहुत सारे प्रोडक्ट को लॉच किया. और समय समय पर अपनी नई नई सर्विसेज़ को लॉच करता रहता है. भविष्य में हमे गूगल की और भी कई सर्विस देखने को मिल सकती है.

हम उम्मीद करता है इस पोस्ट को पढ़कर आप जान गए होंगे. गूगल क्या है, गूगल को किसने बनाया है, गूगल का इतिहास क्या है, और गूगल की सर्विसेज़ कौन कौन सी है.

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