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परीक्षा के दिन किन बातो का ध्यान रखना चाहिये

परीक्षा के दिन किन बातो का ध्यान रखना चाहिये – एबीसी बिग की इस पोस्ट में हम परिक्षा के दिन ध्यान रखी जाने वाले चीज़ो के बारे में बात करेंगे, और जानेंगे. परीक्षा के दिन किन बातो का ध्यान रखना चाहिये, परिक्षा के दिन ध्यान रखने वाली चीज़े क्या है और परीक्षा के दिन किन कामो को करना चाहिये. तो चलिये शुरू करते है.

परीक्षा के दिन किन बातो का ध्यान रखना चाहिये

बहुत स्टूडेंट्स ऐसे होते है, जो पूरे वर्ष परीक्षा की अच्छी तैयारी करते है. लेकिन फिर भी एग्ज़ाम के आते ही उन्हे एग्ज़ाम का डर सताने लगता है. और कभी-कभी उसका स्टूडेंट्स के उपर इतना प्रेशर बन जाता है कि परीक्षा आते ही वे सबकुछ भूल जाते है. कुछ स्टूडेंट्स प्रश्नपत्र में पूछे जाने वाले प्रश्नो के बारे में सौच-सौच कर परेशान रहते है, तो कुछ एग्ज़ाम हॉल के बारे में सौच-सौचकर. परीक्षाए चीज़ ही ऐसी है कि ये स्टूडेंट्स के मन में कई प्रकार की परेशानी पैदा कर देती है.

परीक्षाए आते ही बहुत से स्टुडेंट्स के ऊपर इसका डर साफ साफ देखा जा सकता है. खासकर पेपर वाले दिन तो अधिकतर स्टुडेंट्स तनावग्रस्त रहते है. और पेपर को लेकर उनके मन में कई तरह की उलझने और आशंकाए बढ़ जाती है. जिसकी वजह से परीक्षा के दौरान स्टुडेंट्स को कई तरह की परेशानियो का सामना करना पड़ सकता है.

लेकिन कुछ बाते ऐसी है जिन्हे ध्यान में रखकर परीक्षा के दोरान आने वाली किसी भी परेशानी से बचा जा सकता है. जिस तरह से परीक्षाओ के लिये अच्छी तैयारी करना हमारे लिये बहुत ज़रूरी होता है. उसी तरह से परीक्षा के दिन नीचे बताई गई बातो को ध्यान में रखना भी बहुत ज़रूरी है. जैस…

परीक्षा के दिन बिल्कुल ना घबराए

अधिकतर स्टूडेंट्स परीक्षा के दिन तनावग्रस्त रहते है. उन्हे परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नो का डर सताता रहता है. जिसकी वजह से उनके ऊपर मेंटल प्रेशर इतना बढ़ जाता है कि वे ठीक तरह से परीक्षा नहीं दे पाते. और परीक्षा के दिन याद किया हुआ भी भूल जाते है. इससे बचने के लिये स्टूडेंट्स को साकारात्मक सौच के साथ परीक्षा कक्ष में कदम रखना चाहिये. और नाकारात्मक विचारो को त्याग कर, बिल्कुल भी घबराना नहीं चाहिये. ब्लकि सभी स्टूडेंट्स को अपने ऊपर आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिये. यदि आपकी तैयारी अच्छी है, तो पेपर के बारे में सौच-सौच कर परेशान होने की ज़रूरत नहीं है. क्योंकि प्रश्नपत्र में जो भी पूछा जाता है, वो सब सिलेबस से ही पूछा जाता है.

घर से करके चले पूरी तैयारी

परीक्षा के दिन सभी स्टूडेंट्स को घर से ही पूरी तैयारी करके चलना चाहिये. तथा परीक्षा में काम आने वाली सभी सामग्री जैसे पैन, पेन्सिल, रबड़, कटर, पैमाना, और प्रवेश पत्र आदि को भूलना नहीं चाहिये. परीक्षा के दौरान काम आने वाली प्रत्येक आवश्यक सामग्री को अपने साथ लेकर ही एग्ज़ाम हॉल में जाना चाहिये.

इसके अतिरिक्त अन्य कोई ऐसी सामाग्री एग्ज़ाम हॉल में नहीं ले जानी चाहिये. जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से परीक्षा में सहायता प्रदान कर सके. कैलकुलेटर, स्लाइड रूल, लॉगटेबल, मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप, आदि अनुचित साधन को भूल से भी परीक्षा कक्ष में नहीं ले जाना चाहिये. क्योंकि ऐसी सामग्री का एग्ज़ाम हॉल में लाना वर्जित होता है.

परीक्षा कक्ष में सही समय पर पहुंचे

सभी स्टूडेंट्स को पता होना चाहिये कि उनकी परीक्षा का दिन और समय क्या है. जिस दिन परीक्षा हो, उस दिन सभी स्टूडेंट्स को परीक्षा शूरू होने से लगभग 30 मिनट पहले ही परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाना चाहिये. और परीक्षा केंद्र के सुचना बोर्ड पर लगे सीटिंग प्लान में अपना निर्धारित कक्ष देखकर, तुरंत ही परीक्षा कक्ष में पहुंच जाना चाहिये.

परीक्षा कक्ष में पहुंचते ही सभी स्टूडेंट्स को अपने आस पास डेस्क, सीट, और खिड़की आदि का अच्छी तरह से निरिक्षण करना चाहिये. इन जगह पर ऐसी कोई सामग्री या साधन उपस्तिथ नहीं होना चाहिये, जो परीक्षा की द्रष्टी से अनुचित साधन हो.

परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर ना करे फालतू बाते

अक्सर देखा जाता है कि परीक्षा केंद्र पर जल्दी पहुंचने के बाद कुछ स्टूडेंट्स एक जगह ग्रुप में खड़े होकर परीक्षा को नज़रअंदाज़ करते हुए, फालतू बाते करने लगते है. वे किसी फिल्म या किसी क्रिकेट मैच आदि के बारे में चर्चा करके परीक्षा का समय होने तक टाईम पास करते है. जबकि ऐसा नहीं करना चाहिये. ऐसा करने से स्टूडेंट्स का ध्यान परीक्षा से भटक सकता है. यदि स्टुडेंट्स परीक्षा केंद्र पर समय से पहले पहुंच गए हो, तो उन्हे आपस में किसी जगह पर बैठकर, परीक्षा के बारे में ही बात करनी चाहिये.

उत्तर पुस्तिका में ध्यान से भरे प्रविष्टिया

परीक्षा कक्ष में पहुंचने के बाद, परीक्षा का समय होते ही सबसे पहले सभी स्टूडेंट्स को एक एक उत्तर पुस्तिका दी जाती है. उत्तर पुस्तिका मिलने के बाद सभी स्टूडेंट्स को सबसे पहले अपनी-अपनी उत्तर पुस्तिका में अनुक्रमांक, परीक्षा तिथि, परीक्षा केंद्र संख्या, परीक्षा केंद्र का नाम और विषय आदि कई प्रविष्टियो को भरना होता है.

इन सभी प्रविष्टियो को भरते समय स्टूडेंट्स को विषेश सावधानी बरतनी चाहिये. सभी प्रविष्टिया सही और स्पष्ट रूप से भरी होनी चाहिये. अन्यथा किसी भी हानि का ज़िम्मेदार स्टूडेंट खुद ही होता है. ऐसे किसी भी नुकसान से बचने के लिये सभी प्रविष्टिया भरने के बाद उन्हे दो-तीन बार चैक कर लेना चाहिये.

प्रशनपत्र को ध्यान से पढ़कर ही उत्तर दे

प्रश्नपत्र मिलने के बाद सबसे पहले प्रश्नपत्र के सभी निर्देशो और प्रश्नो को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिये. उसके बाद जिन प्रश्नो के उत्तर आप जानते हो, उन्हे ही सबसे पहले लिखना चाहिये. लेकिन प्रश्नो के उत्तर लिखते समय यह ध्यान ऱखना बहुत ज़रूरी होता है कि जिस प्रश्नो का उत्तर आप लिख रहे हो, उसकी प्रश्न संख्या भी सही लिखी हो.

इसके अतिरिक्त यह भी ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है कि यदि किसी प्रश्न के उत्तर को कम शब्दो में ही देने के लिये ही कहा गया है, तो कम शब्दो में ही उत्तर लिखे. अधिक शब्दो में उत्तर देकर अपना समय बर्बाद ना करे. क्योंकि उस प्रश्न का उत्तर अधिक शब्दो में देने से कोई फायदा नहीं होता. ब्लकि उतने ही अंक मिलते है, जितने कि कम शब्दो में उत्तर देने पर मिलते.

निर्धारित समय का ध्यान रखे

परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र को हल करने के लिये दिए गए निर्धारित समय का ध्यान अवश्य रखना चाहिये. प्रश्नपत्र को निर्धारित समय से 15-20 मिनट पहले ही हल करने की कोशिश करनी चाहिये. और शेष 15-20 मिनट में अपनी उत्तर पुस्तिका की जांच ध्यानपूर्वक करनी चाहिये. कोई भी गलती दिखने पर तुरंत ही उसे ठीक कर देने चाहिये.

परीक्षा कक्ष में इधर उधर ना देखे

परीक्षा कक्ष में परीक्षा देते समय सभी स्टूडेंट्स को चाहिये कि वे इधर उधर ना देखे. खुद को जितने प्रश्नो के उत्तर पता हो, उन्हे सबसे पहले करे. किसी प्रश्न का उत्तर जानने के लिये किसी अन्य स्टूडेंट्स से सहायता लेना, बातचीत करना, कोई पेपर आदि का आदान प्रदान करना आदि कार्य किसी भी स्टूडेंट को परेशानी में डाल सकता है. अतः ऐसा कोई भी समय बर्बाद करने वाला और जोखिमभरा काम नहीं करना चाहिये.

कक्ष निरिक्षक के निर्देशो का पालन करे

परीक्षा कक्ष में परीक्षा देते समय सभी स्टुडेंट्स को कक्ष निरिक्षक के निर्देशो का पालन करना चाहिये. कोई भी परेशानी होने पर कक्ष निरिक्षक को ज़रूर बताना चाहिये. परीक्षा कक्ष से बाहर पेशाब आदि करने के लिये जाना हो तो कक्ष निरिक्षक की बिना अनुमति के नहीं जाना चाहिये.

इसके साथ-साथ उत्तर पुस्तिका और प्रशन पत्र पर कक्ष निरिक्षक के हस्ताक्षर अवश्य करा लेने चाहिये. और सभी स्टूडेंट्स को परीक्षा के दौरान कक्ष निरिक्षक दिए गए उपस्तिथि के वेरिफिकेशन प्रपत्र पर अपने हस्ताक्षर अवश्य कर देने चाहिये.

पिछले पेपर के बारे में ना करे चर्चा

अक्सर स्टूडेंट्स परीक्षा कक्ष से पेपर देकर निकलने के बाद, उस पेपर के बारे में मिलकर चर्चा करते है. और एक दूसरे से प्रश्नो के उत्तर पूछ-पूछ कर मिलाते है, या घर आकर किताबो से मिलाते है. इसके कारण यदि एक दो प्रश्नो के उत्तर गलत पाए जाते है, तो स्टूडेंट्स को टैंशन हो जाती है. फिर वे अगले पेपर की तैयारी भी ठीक से नहीं कर पाते.

इसलिये जो पेपर जैसा हो गया, सो हो गया. पिछले पेपर के बारे में अधिक सौचना नहीं चाहिये. और ना ही किसी अन्य स्टूडेंट्स से उस पेपर के बारे में चर्चा करनी चाहिये. यदि अपने दोस्तो के साथ पेपर के बारे में चर्चा करनी है तो अगले पेपरो के बारे में चर्चा अवश्य करे.

ये थी परीक्षा के दिन कुछ ज़रूरी बातों को ध्यान रखने की जानकारी. हम उम्मीद करते है इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप जान गए होंगे कि परीक्षा के दिन किन बातो का ध्यान रखना चाहिये. और परीक्षा के दिन किन कामो को करना चाहिये.

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